मोतियाबिंद के बारे में आपके सभी सवालों का जवाब...

 


आपकी दृष्टि अस्पष्ट और धुंधली है?... और आपको  संदेह है कि आपको मोतीबिंदू हो सकता है ? इस तरह मोतियाबिंद  आपके दैनिक जीवन को प्रभावित कर  रहा है...

 

    दैनिक गतिविधियों को स्वतंत्र रूप से करने में असमर्थता जैसे पढ़ना, टीवी देखना, खाना बनाना, कपड़े पहनना और यहां तक ​​कि घूमना - फिरना ।  

    जमीन में दरारें या अनियमितताएं  देखने में तकलीफ, जिसके कारण कोई  गिर सकता है  या घायल  हो सकता है । इससे हिप फ्रैक्चर, स्पाइनल फ्रैक्चर जैसी चोटें लग सकती हैं।

    सामाजिक गतिविधियों को कम कर देना

    डिप्रेशन और अत्यधिक उदासी

    अकेलेपन का अनुभव।

    दैनिक गतिविधियों को अपने दम पर करने के लिए आत्मविश्वास की हानि।

 

 स्पष्ट दृष्टि के कारण अधिक दुर्घटनाएँ और  दैनिक गति विधि करने में परेशानी हो सकती है। मोतियाबिंद के इलाज के लिए कोई दवा नहीं है।

इसका एकमात्र उपाय सर्जरी है। मोतियाबिंद ऑपरेशन बेहद सफल ऑपरेशन है और इसमें बहुत कम जटिलताएं हैं ...

 

मोतियाबिंद क्या है?


लेंस आंख का एक स्पष्ट भाग है जो लाइट या इमेज को रेटिना पर फोकस करने में सहायता करता है। रेटिना आंख के पिछले भाग पर प्रकाश के प्रति संवेदनशील उतक है।सामान्य आंखों में, प्रकाश पारदर्शी लेंस से रेटिना को जाता है। एक बार जब यह रेटिना पर पहुंच जाता है, प्रकाश नर्व सिग्नल्स में बदल जाता है जो मस्तिष्क की ओर भेजे जाते हैं।

रेटिना शार्प इमेज प्राप्त करे इसके लिए जरूरी है कि लेंस क्लियर हो। जब लेंस क्लाउडी हो जाता है तो लाइट लेंसों से स्पष्ट रूप से गुजर नहीं पाती जिससे जो इमेज आप देखते हैं वो धुंधली हो जाती है।इसके कारण दृष्टि के बाधित होने को मोतियाबिंद या सफेद मोतिया कहते हैं।

नजर धुंधली होने के कारण मोतियाबिंद से पीड़ित लोगों को पढ़ने, नजदीक का काम करने, कार चलाने (विशेषकर रात के समय) में समस्या आती है।

अधिकांश मोतियाबिंद धीरे-धीरे बढ़ते हैं और दृष्टि को जल्दी प्रभावित नहीं करते हैं। लेकिन समय के साथ, इसके कारण ग्लूकोमा होने की भी संभावना है।

 

मोतियाबिंद के लक्षण क्या हैं?

अधिकतर मोतियाबिंद धीरे-धीरे विकसित होते हैं और शुरूआत में दृष्टि प्रभावित नहीं होती है, लेकिन समय के साथ यह आपकी देखने की क्षमता को प्रभावित करता है। इसके कारण व्यक्ति को अपनी प्रतिदिन की सामान्य गतिविधियों को करना भी मुश्किल हो जाता है। मोतियाबिंद के प्रमुख लक्षणों में:

     दृष्टि में धुंधलापन या अस्पष्टता

     बुजुर्गों में निकट दृष्टि दोष में निरंतर बढ़ोतरी

     रंगों को देखने की क्षमता में बदलाव क्योंकि लेंस एक फ़िल्टर की तरह काम करता है

     रात में ड्राइविंग में दिक्कत आनाजैसे कि सामने से आती गाड़ी की हैडलाइट से आँखें चैंधियाना

     दिन के समय आँखें चैंधियाना

     दोहरी दृष्टि (डबल विज़न)

     चश्मे के नंबर में अचानक बदलाव आना

मधुमेह और मोतियाबिंद के बीच क्या संबंध है?

हाँ। मधुमेह जैसी कुछ बीमारियों में मोतियाबिंद अधिक आम है।

 

क्या बच्चों को मोतियाबिंद हो सकता है?

हाँ। लेकिन यह दुर्लभ है।

 

इसके मुख्य कारण क्या हैं?

मोतियाबिंद क्यों होता है इसके कारणों के बारे में स्पष्ट रूप से पता नहीं है, लेकिन कुछ फैक्टर्स हैं जो मोतियाबिंद का रिस्क बढ़ा देते हैं;

     उम्र का बढ़ना

     डायबिटीज

     अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन

     सूर्य के प्रकाश का अत्यधिक एक्सपोजर

     मोतियाबिंद का पारिवारिक इतिहास

     उच्च रक्तदाब

     मोटापा

     आंखों में चोट लगना या सूजन

     पहले हुई आंखों की सर्जरी

     कार्टिस्टेरॉइड मोडिकेशन का लंबे समय तक इस्तेमाल

     धुम्रपान

जब चश्मे या लेंस से आपको स्पष्ट दिखाई न दे और आपको अपना चश्मा बार-बार बदलना पड़ता है,  तो सर्जरी ही एकमात्र विकल्प बचता है।वत्सल आई केयर में लेज़र तकनीक के साथ मोतियाबिंद का ऑपरेशन बहुत सुरक्षित, अत्यधिक सफल, सिलाई रहित होता है और रिकवरी (Recovery) भी जल्द होती है।

 

बेहतर लेंस सर्जरी के बाद चश्मे की आवश्यकता को भी कम कर सकते हैं। प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल है।

वर्तमान में लेंस की पारदर्शिता को पुनर्स्थापित करने वाली कोई भी दवा उपलब्ध नहीं है। चश्मे मदद नहीं कर पाते क्‍योंकि प्रकाश की किरणें आंखों से पारित नहीं हो पाती हैं। शल्यक्रिया के द्वारा हटाना ही मोतियाबिंद के इलाज का एकमात्र तरीका है।  बस चश्मे बदलने से दृष्टि के सुधार में मदद मिलती है, लेकिन केवल थोड़े समय के लिए। सर्जरी तब करनी चाहिए जब मरीज को अपनी पसंद की चीजें करने के लिए पर्याप्त दिखाई न दें।

 

मोतियाबिंद के लिए कोई निवारक चिकित्सा उपचार नहीं है। एकमात्र इलाज सर्जरी है।

 

क्या मोतियाबिंद का ऑपरेशन यह परिपक्व होने या पकने के बाद ही किया जाना चाहिए?

जब आपको  देखने में समस्याएं होने लगती हैं , तो आपको ऑपरेशन के बारे में विचार करना चाहिए। बाद में सर्जरी में देरी करने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि फेकमूल्सीफिकेशन तकनीक हार्ड के बजाय सॉफ्ट मोतियाबिंद के साथ  सबसे अच्छा परिणाम देती है।

लोग आमतौर पर हमसे पूछते हैं कि क्या उनका मोतियाबिंद “ पक गया है” या, “तैयार हैं”? आधुनिक सर्जिकल तकनीकों के साथ, मोतियाबिंद सर्जरी किसी भी स्तर पर की जा सकती है जब दृश्य प्रभाव होने लगते हैं

मोतियाबिंद लगभग सभी में होता है, लेकिन मोतियाबिंद सर्जरी को सबसे सुरक्षित, सबसे सामान्य और सबसे सफल प्रक्रिया का के रूप में स्थापित किया गया है।

 

मोतियाबिंद ऑपरेशन  @ वत्सल आई केयर

 

माइक्रो इंसीजन फेकोएमलसिफिकेशन (Phacoemulsification) तकनीक:

इस  सर्जरी   में चीरा इतना छोटा है कि यह अपने आप  ठीक हो जाता है।

इस प्रक्रिया में 1.8 mm चीरे द्वारा कुदरती धुंधले हो चुके लेंस को निकल लिया जाता है और नया लेंस इम्प्लांट किया जाता है |

 

मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लाभ:

 

       सेल्फ-सीलिंग, माइक्रो-चीरा (1.8 मिमी)

       दर्द रहित ( Pain less )

       तुलनात्मक रूप से बहुत कम सर्जिकल समय

       जल्द रिकवरी

       दृष्टि की त्वरित बहाली

       घाव भरने की प्रक्रिया तेज होती है क्योंकि मोतियाबिंद की सर्जरी बहुत कम उद्घाटन के माध्यम से की जाती है।

 

चूंकि चीरा छोटा है, टांके की जरूरत नहीं लगती है और  घाव जल्दी भर जाता है। ये बिलकुल सुरक्षित है और बेहद सटीक है ।  बिना किसी डिस्कम्फर्ट के आप कुछ ही मिंटो में पा सकते है साफ और बेहतर दृष्टि। अगर दोनों आंखों में ऑपरेशन की जरूरत है तो 1 हफ्ते या 10 दिन के अंतर  में  दोनों आंखों का ऑपरेशन कर सकते है।

 

सर्जरी के बाद आप तुरंत घर जा सकता है। इस सर्जरी के  बाद आपको लंबी दूरी के चश्मे की   आवश्यकता बहुत कम   होगी।

 

यदि मोतियाबिंद का इलाज नहीं किया जाता है तो क्या होगा?

मोतियाबिंद के अक्सर मरीज़  उसके पकने का इंतज़ार करते हैं । अगर समय पर उपचार न किया जाए तो लेंस अपारदर्शी हो जाते हैं और मोतियाबिंद के पक कर फूटने का खतरा बना रहता है  जिसमें अंधपन की समस्या बनी रहती है ।इसीलिए समय रहते ऑपरेशन करलेना चाहिए।

मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद करीब 98% लोगों में आंखों की रोशनी वापस आ जाती है मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए किसी भी मौसम  या समय का इंतज़ार करने की ज़रुरत नहीं है, ये बारह महीनो में कभी भी कराया जासकता है।

 

उन्नत और अपारदर्शी मोतियाबिंद  के ऑपरेशन में जटिलताओं का खतरा बढ़ जाता है और

ऑपरेशन का समय बढ़ता है ।

इसलिए सर्जरी के लिए बहुत लंबा इंतजार नहीं करना महत्वपूर्ण है ।

 

इस सर्जरी को तब किया जाता है जब :

कैटरैक्ट की वजह से आपको रोज के काम करने में दिक्कत आ रही हो। जैसे काम करते समय साफ न देख पाना, कार न चला पाना, हमेशा की तरह किताब न पढ़ पाना या टीवी न देख पाना या फिर खाना न पका पाना, गार्डनिंग न कर पाना, कोई नजदीक खड़ा हो इसके बाद भी न देख पाना और बहुत तेज रोशनी में आंखों में धुंधलापन महसूस होना। अगर आपको ये सभी चीजें हो रही हैं, तो आपको कैटरैक्ट सर्जरी के बारे में सोचना चाहिए।

 

 

उन्नत मोतियाबिंद का खतरा :

क्या मोतियाबिंद वापस आ सकते हैं?

नहीं। लेकिन आपकी सर्जरी के महीनों या वर्षों के बाद में आपके नए लेंस इम्प्लांट के पीछे की झिल्ली का मोटा होना हो सकता है,जो मोतियाबिंद सर्जरी वाले 10 रोगियों में से एक में होता है। इसे "पोस्टीरियर कैप्सुलर ओपसीफिकेशन" कहा जाता है।

यह एक छोटी सी लेजर प्रक्रिया के साथ आसानी से निकाला जा सकता है।

 

 आपकी दृष्टि, इसके लिए आपकी सही पसंद ...

    आपके सुंदर और उज्ज्वल जीवन को देखने के लिए आपकी दृष्टि आवश्यक है।आज चुनने के लिए कई तरह के प्रीमियम IOL हैं। आपके लिए सबसे अच्छा इंट्राओकुलर लेंस आपकी जीवन शैली और आपकी विशिष्ट विजन(vision) आवश्यकताओं सहित कई कारणों पर निर्भर करता है।

 मोतियाबिंद सर्जरी के बाद कई  लोगो का यह अनुभव है:



 

आईओएल: मोतियाबिंद सर्जरी के लिए सबसे अच्छा लेंस चुनना
 

 

मोनोफोकला आईओएल (आईओएल) -

     
बिना चश्मे से अच्छी  दूर की दृष्टि।

       एस्फेरिक मोनोफोकल लेंस आपको विशेष रूप से मंद प्रकाश स्थितियों में बेहतर कंट्रास्ट देता है।

       आपको पास के काम (पढ़ने और कंप्यूटर) के लिए चश्मा पहनने की आवश्यकता होगी।





2. टॉरिक आईओएल - 

दृष्टिवैषम्य (Astigmatism) एक बहुत ही सामान्य दृष्टि की स्थिति है जो कॉर्निया के अनियमित आकार के कारण धुंधली दृष्टि का कारण बनती है। दृष्टिवैषम्य को ठीक करने के लिए एक टॉरिक इंट्रोक्युलर लेंस का उपयोग किया जा सकता है। 



       टॉरिक लेंस आमतौर पर स्पष्ट दूर की दृष्टि प्रदान करते हैं, आपको पढ़ने के लिए चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस की आवश्यकता होगी।

       आपको पास के काम (पढ़ने और कंप्यूटर) के लिए चश्मा पहनने की आवश्यकता होगी।

 

2.       मल्टीफ़ोकल आईओएल:

मल्टीफ़ोकल आईओएल प्रेस्बोपिया -सुधार करने वाले आईओएल की एक और श्रेणी है जो मोतियाबिंद सर्जरी के बाद कंप्यूटर, मोबाइल  और दूर की दृष्टि के लिए चश्मे की आपकी आवश्यकता को कम कर सकते हैं। मल्टीफोकल लेंस, आंख के अंदर आकार बदलता है, जिससे आप विभिन्न दूरी पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

 


       पास और दूर के लिए अच्छी दृष्टि।

       कुछ लोगों के लिए रात की चकाचौंध और प्रभामंडल (glares and halos) की समस्या। 

 मल्टीफ़ोकल लेंस आमतौर पर उन लोगों के लिए सबसे अच्छा होता है जिन्हें कोई आंखों की बीमारी नहीं है।

अध्ययनों से पता चलता है कि 80 से 90 प्रतिशत रोगी चश्मा मुक्त होते हैं, शेष 10 से 20 प्रतिशत के लिए कुछ दूरी के चश्मे की जरूरत होती है। और अब उन रोगियों के लिए एक संयोजन टॉरिक / मल्टीफ़ोकल आईओएल है जो दृष्टिवैषम्य हैं और जितना संभव हो उतना चश्मा-मुक्त होना चाहते हैं।

  1. ट्राइफोकल आईओएल:

       नवीनतम मल्टीफोकल आईओएल

       चश्मे के बिना निकट, मध्यवर्ती और दूरी की दृष्टि के लिए सर्वश्रेष्ठ।

       रात की दृष्टि में चमक अधिक होने की और प्रभामंडल की संभावना कम।

       बेहतर प्रकाश संचरण

 


प्रीमियम आईओएल के लाभ:

       दृष्टि का तेज बनाए रखता है।

       प्रीमियम आईओएल आंख के प्राकृतिक लेंस के आकार और ऑप्टिकल गुणवत्ता के बहुत अधिक मेल खाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप सर्जरी के बाद तेज दृष्टि होती है, खासकर कम रोशनी की स्थिति में और इसको बड़ी आंखों की पुतली होती है।

       प्रीमियम इंट्रोक्यूलर लेंस दृष्टिवैषम्य, दूरदर्शिता, और निकटता को ठीक कर सकते हैं। और भी बेहतर? मल्टीफ़ोकल आईओएल चश्मा पहनने की आपकी आवश्यकता को कम या दूर कर सकते हैं!

       उज्ज्वल और स्पष्ट रंग  पहचानने की दृष्टि।

       बेहतर विपरीत और गहराई धारणा दृष्टि

 

 

आप कैसे तय करेंगे कि आपके लिए सबसे अच्छा लेंस विकल्प कौन सा है?

वत्सल आई केयर में हम आपके साथ इन लेंसों के लाभों के बारे में चर्चा करेंगे और आपकी आंखों के लिए सही लेंस का चुनने  में आपकी मदद करेंगे। हम आपकी जीवन शैली और दृश्य आवश्यकताओं के लिए सबसे उपयुक्त लेंस कौन सा होगा यह बताएंगे।

 

 जीवनशैली और प्राथमिकताएं:  यदि आप उलझन में हैं कि कौन सा लेंस चुनें, तो अपनी सभी दैनिक गतिविधियों को रिकॉर्ड करना शुरू  कीजिए। ध्यान दें कि आपको उन गतिविधियों के लिए कितनी बार अपना चश्मा बदलने की जरूरत पड़ रही है।

इससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि आपके लिए कौन सी क्रियाएं समस्याग्रस्त हैं, इसलिए जब आप हमारे सलाहकार के साथ मिलते हैं, तो आपके पास बहुत सारी उपयोगी जानकारी होगी जो हमें आपके निर्णय का मार्गदर्शन करने में मदद करेगी।

आप खुद से ये सवाल पूछ सकते हैं ...

 

        क्या आप अक्सर स्मार्टफोन, टैबलेट या कंप्यूटर का उपयोग करते हैं ?

       क्या आप निकट और दूर दोनों को स्पष्ट रूप से देखना पसंद करते हैं और चश्मे की आवश्यकता को कम करना चाहते हैं?

        क्या आप रात में अक्सर ड्राइव करते हैं?

       क्या आपको दृष्टिवैषम्य (Astigmatism) है?

       क्या आपकी बहुत सक्रिय जीवन शैली है जिसमें बहुत अधिक ध्यान केंद्रित करना पड़ता है (तब आप स्पष्ट दूरी की दृष्टि चाहते हैं)?

        

       यदि आप बहुत यात्रा करते हैं, तो संभवतः आप दूर और  पास दोनों दृष्टि के लिए चश्मे से मुक्त होना पसंद करेंगे ?

       यदि आप सिलाई कार्य या भरत काम से प्यार करते हैं, तो  आपको नजदीक की दृष्टि  स्पष्ट चाहिए होगी ।

आप जो भी लेंस चुनते हैं, मोतियाबिंद नेत्र शल्य चिकित्सा आपके जीवन को एक नया रंग देगी ।

ऑपरेशन जल्द होता है और दर्द रहित है। और परिणाम लगभग तात्कालिक हैं।

डॉ प्रीतम  डेढिया  के बारे में:

डॉ प्रीतम  डेढिया  एक प्रसिद्ध मोतियाबिंद, लसीक(LASIK),विटेरो रेटिनल (Vitreo Retinal) सर्जन है और वत्सल आई केयर एंड लेजर सेंटर के निदेशक हैं।वे अरविंद नेत्र अस्पताल (मदुरै), बी.जे. मेडिकल कॉलेज (अहमदाबाद) जैसे विश्व प्रसिद्ध संस्थानों द्वारा प्रशिक्षित किए गए हैं और सदगुरु नेत्र अस्पताल (चित्रकूट) में सलाहकार के रूप में काम किया हैं  । नेत्र विज्ञान के क्षेत्र में 15 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, उन्होंने बहुत से जटिल मोतियाबिंद, रेटिना के बीमारियों का इलाज किया है और 10000 से अधिक रोगियों की दृष्टि को बहाल किया है। उनकी विशेषज्ञता जटिल रेटिना  के  फटने का ऑपरेशन, बच्चों में रेटिना  सरकने का उपचार, मैक्यूलर छेद, एआरएमडी, रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमेच्योरिटी और जटिल डायबिटिक रेटिनोपैथी के उपचार में निहित है।

 वत्सल आई केयर एंड लेजर सेंटर के बारे में:

वत्सल आई केयर एंड लेजर सेंटर को लगातार वसई - विरार में सर्वश्रेष्ठ नेत्र अस्पताल के रूप में दर्जा दिया गया है, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक, उच्चतम गुणवत्ता और सहानुभूति रखने वाला स्टाफ सभी विशिष्टताओं के लिए उत्कृष्ट नेत्र देखभाल उपचार प्रदान करते हैं। मोतियाबिंद, रेटिना, यूविआ, मैक्युला ग्लूकोमा जैसे कठिन नेत्र विज्ञान के मामलों के साथ-साथ LASIK / PRK / RELEXSMILE जैसी अपवर्तक सर्जरी के लिए प्रसिद्ध है।

मोतियाबिंद सर्जरी के बाद हमारे पेशेंट्स के अनुभव को पढ़ने के लिए, इस लिंक पर क्लिक करें : http://vatsaleyecare.com/testimonials/

अस्पताल से संपर्क करें (व्हाट्सएप): +918451813423

ADDRESSES

i) वसई स्टेशन:

B-2, पांचाल नगर, केटी विजन सिनेमा के पास, नवघर, स्टेशन रोड, वसई पश्चिम, मुंबई, महाराष्ट्र 401202, भारत। 

 ii) वसाई गाँव:

पारनाका पुलिस चौकी के सामने,नायक होटल के पीछे, परनाका, वसई पश्चिम, मुंबई, महाराष्ट्र 401201, भारत।

 

 

 

 

 

Comments

  1. मोतियाबिंद which is known as cataract. Cataract is an eye condition which becomes eye vision blurry. Phaco is advanced and laser treatment or surgery to cure cataract.

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